नज़र झुका के जब भी वो गुजरे हैं करीब से..
हम ने समझ लिया कि आदाब अर्ज़ हो गया ..
Category: शायरी
सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे
सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे ,
न कोई पतझड़ , न कोई बसंत इनका….
बदलते इंसानों की बातें
बदलते इंसानों की बातें हमसे न पूँछो यारों,
हमने हमदर्द को भी हमारा दर्द बनते देखा है!
बर्बाद-ए-मोहब्बत
बर्बाद-ए-मोहब्बत की दुआ साथ लिए जा….
टूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा साथ लिए जा…
कुछ दर्द के मारे हैं
कुछ दर्द के मारे हैं कुछ नाज़ के हैं पाले….
कुछ लोग हैं हम जैसे कुछ लोग हैं तुम जैसे….
इतना तनहा पाया
तेरे बाद खुद को इतना तनहा पाया,
जैसे लोग हमें दफना के चले गए हो !!
पुरानी चींजे बदलने की
अपनी आदत नही है पुरानी चींजे बदलने की …
हम सादगी पे मरने वाले जाहिल लोग है |
वो गुनगुनाते है
मेरी शायरी अक्सर वो गुनगुनाते
है बंद है मेरी बोल चाल जिनसे..
मुझे बहुत प्यारी है
मुझे बहुत प्यारी है, तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी…
“चाहे वो दिल का दर्द हो,
या…..आँखों का पानी……!!
आज दरार है
मैं रूठा, तुम भी रूठ गए
फिर मनाएगा कौन ?
आज दरार है, कल खाई होगी
फिर भरेगा कौन ?
मैं चुप, तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडेगा कौन ?
बात छोटी को लगा लोगे दिल से, तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?
दुखी मैं भी और तुम भी बिछड़कर, सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन ?
न मैं राजी, न तुम राजी,
फिर माफ़ करने का बड़प्पन दिखाएगा कौन ?
डूब जाएगा यादों में दिल कभी, तो फिर धैर्य बंधायेगा कौन ?
एक अहम् मेरे, एक तेरे भीतर भी, इस अहम् को फिर हराएगा कौन ?
ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए ?फिर इन लम्हों में अकेला रह जाएगा कौन ?
मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन एक ने आँखें….
तो कल इस बात पर फिर
पछतायेगा कौन ? ..