ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है,
सब कहते थे।
जिस दिन तुझे देखा,
यकीन भी हो गया।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है,
सब कहते थे।
जिस दिन तुझे देखा,
यकीन भी हो गया।
मेरी गलती करने की आदत नहीं फिर भी करता हूँ,
क्योंकि अच्छा लगता है तेरा प्यार से समझाना..!
मेरी ज़िन्दगी में खुशियाँ
तेरे बहाने से हैं .. आधी
तुझे सताने से हैं,
आधी तुझे मनाने से हैं…
न जाने इस जिद का नतीजा क्या होगा,
समझता दिल भी नहीं
मै भी नहीं और तुम भी नही|
करेगा जमाना कदर हमारी भी एक दिन देख लेना…
बस जरा ये भलाई की बुरी आदत छुट जाने दो.
तेरी नज़र पे भी मुकदमा हो
तेरी नज़र तो क़त्लेआम करे…
छोड़ दो किसी से वफा की आस…..
ऐ दोस्त
जो रूला सकता हैं वो भुला भी सकता हैं_!!
जिनके दिल पे लगती है चोट
वो आँखों से नही रोते.
जो अपनो के ना हुए, किसी के नही होते,
मेरे हालातों ने मुझे ये सिखाया है,
की सपने टूट जाते हैं
पर पूरे नही होते|
काश ये दिल शीशे का होता..
कम से कम तोड़ने वाले के
हाथ मे ज़ख़्म तो होता |
दिल से ज़्यादा महफूज़ जगह नहीं दुनिया में
पर सबसे ज़्यादा लापता लोग यहीं से होते हैं|