आज पास हूँ तो क़दर नहीं है तुमको,
यक़ीन करो टूट जाओगे तुम मेरे चले जाने से !!
Category: शर्म शायरी
कितना अच्छा लगता है
कितना अच्छा लगता है,
ये सुनना
जब कोई
व्यस्त होने पर भी ये बोले,
आप से ज़्यादा ज़रूरी नहीँ है
हमने तो उनसे
हमने तो उनसे बेशुमार मोहब्बत की थी….
पर
उनके कुछ गुनाह ऎसे थे
की
आज उस मोहब्बत से बड़ी नफरत हो चुकी है..
यादों की किम्मत
यादों की किम्मत वो क्या जाने, जो ख़ुद यादों के मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं.
कुछ फासले ऐसे भी
कुछ फासले ऐसे भी होते हैं जनाब. जो तय तो नही होते, मगर नज़दीकियां कमाल की रखते है..
इश्क़ को नसीहत
इश्क़ को नसीहत और बेटो को वसीयत की जरुरत तभी
पड़ती है, जब वो खुद बड़े कमजोर हो.
फना होने की इजाजत
फना होने की इजाजत ली नहीं जाती
ये मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती…
तुझ पे खर्च करने के लिए
तुझ पे खर्च करने के लिए बहुत कुछ नहीं था मेरे पास
थोड़ा वक़्त था थोड़ा मैं था..!!! दोनों बर्बाद हो गया
बेपरवाह हो जाते है
बेपरवाह हो जाते है अक्सर वो लोग,
जिन्हे कोई बहुत प्यार करने लगता है…
दिल भी जिद पर
दिल भी जिद पर अडा है बच्चे की तरह,
या तो वो चाहिए या फिर कुछ नहीं !!