कोई ठुकरा दे तो

कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना, क्यूँकि मोहब्बत की दुनिया में ज़बरदस्ती नहीं होती|

सब सो गए अपना दर्द

सब सो गए अपना दर्द अपनो को सुना के, मेरा भी कोई अपना होता तो मुझे भी नीद आ जाती…

सोचा ही नहीं था..

सोचा ही नहीं था.. जिन्दगी में ऐसे भी फ़साने होगें…!! रोना भी जरूरी होगा.. और आँसू भी छुपाने होगें…!!!

जरा सम्भल के

जरा सम्भल के रहना उन इंसानो से दोस्तों…. जिन के दिल मे भी दिमाग होता है…!!

तुम बेशक चले गये

तुम बेशक चले गये हो इश्क का स्कूल छोड़कर, हम आज भी तेरी यादों की क्लास में रोज़ हाजरी देते है|

तुम्हारी बेरूखी ने

तुम्हारी बेरूखी ने लाज रख ली बादाखाने की……! तुम आंखों से पिला देते तो पैमाने कहाँ जाते…..

दीवार क्या गिरी

दीवार क्या गिरी मेरे कच्चे मकान की, लोगों ने मेरे घर से रास्ते बना लिए

करीब आ जाओ

करीब आ जाओ जीना मुश्किल है तुम्हारे बिना, दिल को तुम से ही नही, तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है…

धरती पर शिद्दत से

आज भी आदत में शामिल है, उसकी गली से होकर घर जाना.

ख़ुद को बिखरते देखते हैं

ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं

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