यू गलत भी

यू गलत भी नहीं होती ,चेहरे की तासीर साहिब

लोग बैसे भी नहीं होते,जैसे नजर आते है

कोई रूठे ना

कोशिश यही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे ना,
मगर नजर अंदाज करने वालो से हम नजर नहीं मिलाते…!!!!

तैरती पत्ती से

कई बार नदी पर तैरती पत्ती से भी
हो सकता है प्रेम,
कई बार प्रेम ही होता है,
जो पत्ती को डूबने नहीं देता..!!

अभी तो बहुत दूर

अभी तो बहुत दूर तक जाना है कई रिश्तों को भुलाना है
मेरी मंजिल है बहुत दूर क्योंकि मुझे तो अलग पहचान बनाना है ।

याद टूट कर

जिस दिन भी तेरी याद टूट कर आती है “ऐ जान”

मेरी आँखों के साथ ये बारिश भी बरस जाती है…