अब बस भी कर एे बादल..!!!
गलती की मैंने …
तुझे अपनी दास्ताँ सुना कर
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अब बस भी कर एे बादल..!!!
गलती की मैंने …
तुझे अपनी दास्ताँ सुना कर
देख ली न तूने मेरे आँसुओं की ताक़त,
कल रात मेरी आँखें नम थीं,
आज तेरा सारा शहर भीगा है…
ये सर्द हवाए और ये रिमझिम बारिश,
लग ता हैं इस बार मार्च का मिजाज भी दगाबाज है.!!
सुबह rain cote पहनो..
दोपहर में सब उतारो..
शाम को jacket पहनो..
रात को कम्बल ओढ़ो..
साला.. समझ में नहीं आता कि मौसम है या fashion show..
ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो।
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है।
इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो तुम्हे चाहते है दिल से। क्योकि
कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर अमीर जरूर बना देते है।
जीवन का आनंद लेने के लिये कल का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं…
जो यह क्षण है, वही जीवन है,
दिल से जियो और जीने दो…..
उस दिल कॊ कभी नज़रअंदाज मत करॊ जॊ तुम्हारी परवाह करता है,
क्यॊकीं तुम दुनियाँ के लिए एक हो, और किसी एक के लिए, सारी दुनियाँ…
कुछ लॊग मुझे अपना कहा करते थे…
सच कहूँ…
तॊ बस कहा करते थे…
लॊग कहते है कि तुम मुस्कुराते बहुत हॊ,
और एक हम है जॊ थक गए है दर्द छुपाते-छुपाते…
मैं खुश हूँ कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ,,वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है।।