कभी हूँ हर खुशी की राह में दीवार काँटों की,
कभी हर दर्द के मारे की आँखों की नमी हूँ मैं….
Category: वक्त-शायरी
पत्तें से गिरती बून्द
पत्तें से गिरती बून्द हो या गीले बालों से…
मौसम का असर तो दोनों पर ही जवां हैं..
दबे पाँव आती रही
दबे पाँव आती रही यादें सब तुम्हारी,
एक बार भी यादों के संग तुम नहीं आये…
जिंदगी से यही गिला है
जिंदगी से यही गिला है मुझे ,
वो बहुत देर से मिला है मुझे ..
भांप ही लेंगे
भांप ही लेंगे, इशारा सरे महफ़िल जो किया…..!
ताड़ने वाले क़यामत की नज़र रखते हैं….
कितने चालाक है
कितने चालाक है कुछ मेरे अपने भी …
उन्होंने तोहफे में घड़ी तो दी …
मगर कभी वक़्त नही दिया…!!!
अच्छा हैं आँखों पर
अच्छा हैं आँखों पर पलकों का कफ़न हैं..
वर्ना तो इन आँखों में बहुत कुछ दफन हैं.!
पहले मन पर काम करो
पहले मन पर काम करो
और फिर तन पर काम करो
इसके बाद जो वक़्त बचे
उसमें धन पर काम करो|
मुद्दत से तमन्नाएं
मुद्दत से तमन्नाएं सजी बैठी हैं दिल में
इस घर में बड़े लोगों का रिश्ता नही आता |
खो गई है
खो गई है मेरे यार के चेहरे की चमक…..!
चाँद निकले तो जरा उसकी तलाशी लेना….