तू चाँद का टुकड़ा नहीं

तू चाँद का टुकड़ा नहीं, चाँद तेरा टुकड़ा है ।
टूटते तारे नहीं, फ़िदा होते सितारे देख तेरा मुखड़ा है ।
ख़ूबसूरती देख तेरी अप्सरा का दिल जलन से उखड़ा है
दुनिया में तेरे वजूद से, स्वर्ग भी लगता उजड़ा है ।

जो कोई समझ न सके

जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम,
जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम,
छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर,
जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम।

तू कर ले लाख कोशिशें

तू कर ले लाख कोशिशें❗
मेरे लड़खड़ाते कदमों को
भटकाने की…
ऐ ज़िन्दगी
ठोकरें खा कर ही सही,
सम्भल कर चलना
हम भी
सीख जायेंगे।