उनका कंधा खुदा ने

उनका कंधा खुदा ने न जाने कितना मज़बूत बनाया है,
.
हमारी ख्वाहिशों को उठाते हुए माँ बाप ने
कभी उफ़ तक नहीं किया !

हवा बन कर बिखरने से

हवा बन कर बिखरने से​;​
उसे क्या फ़र्क़ पड़ता है​;​​

मेरे जीने या मरने से​;​
उसे क्या फ़र्क़ पड़ता है​;

उसे तो अपनी खुशियों से​;​
ज़रा भी फुर्सत नहीं मिलती​;

मेरे ग़म के उभरने से​;​
उसे क्या फ़र्क़ पड़ता है​;

उस शख्स की यादों में​;​
मैं चाहे रोते रहूँ लेकिन​;

मेरे ऐसा करने से​;​
उसे क्या फ़र्क़ पड़ता है​।

कोई चुरा ना पाये

हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये;
कभी कोई आपको रुला ना पाये;
खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में;
कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये।

उत्तम समय कभी नहीं आता

“समस्या” के बारे में सोचने से,
बहाने मिलते हैं,

“समाधान” के बारे में सोचने से, रास्ते मिलते हैं…

ज़िन्दगी को “आसान” नहीं,
बस खुद को “मजबूत” बनाना
पड़ता है।

उत्तम समय कभी नहीं आता,
समय को उत्तम बनाना पड़ता है…….

यादों की किम्मत

यादों की किम्मत वो क्या जाने; जो ख़ुद यादों को मिटा दिए करते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं!

हँसना और हँसाना

हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी;
हर कोई खुश रहे यह चाहत है मेरी;
भले ही कोई मुझे याद करे या ना करे;
हर अपने को याद करना आदत है मेरी।

अच्छे समय से ज्यादा

अच्छे समय से ज्यादा,
अच्छे इंसान के साथ रिश्ता रखो.
अच्छा इंसान अच्छा समय ला सकता है,
लेकिन अच्छा समय अच्छा इंसान नहीं ला सकता
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