हमे दुवाए दिल से मिली है,…!!!!
कभी खरीदने को जेब में हाथ नही डाला.
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हमे दुवाए दिल से मिली है,…!!!!
कभी खरीदने को जेब में हाथ नही डाला.
जागने वाले तुझे ढूंढते ही रह जाएंगे…
मैं तेरे सपने में आकर तुझे ले जाऊँगा
अभी तक, याद कर रहे हो पागल;
उसने तो तेरे बाद भी, हज़ारों भुला दिए!
हुजूर मेरी तरफ गौर तो कीजिये,फकीर ये नही कहता गले लगा लीजिये !!
वादा है तुमसे
दिल बनकर तुम धड़कोगे और सांस बनकर हम आएँगे।
ये नया शहर तो है खूब बसाया तुमने….
क्यों पुराना हुआ वीरान जरा देख तो लो…
तेरा साया भी पड़ जाए रूह जी उठती है,
सोच तेरे आने से मंजर क्या होगा|
वो ज़हर देकर मारता तो दुनियां की नज़रों में आ जाता,
अंदाज़-ऐ-क़त्ल तो देखो मुहब्बत कर के छोड़ दिया …
वो लोग भी चलते है आजकल तेवर बदलकर …
जिन्हे हमने ही सिखाया था चलना संभल कर…!
आती है ऐसे बिछड़े हुए दोस्तों की याद,
जैसे चराग जलते हों रातों को गांव में।