जाने किस किस को लूटा है इस चोर ने मसीहा बनकर,
के आओ
सब मिलकर इश्क पे मुकदमा कर दें….
Category: लव शायरी
नाराजगी चाहे कितनी भी
नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे
तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते |
फलसफा सीखना है
फलसफा सीखना है ज़िंदगी का उन परिंदों से,
जो कूड़े में पड़ा गेंहू का दाना ढूंढ लेते हैं।।
कौन कहता है
कौन कहता है ,आंसुओं में वजन नहीं होता l
एक आंसू भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता l
क्या हो जब इश्क
क्या हो जब इश्क अकेलेपन से हो जाए..
साथ होना किसी का या ना होना इक सी बात हो जाए..!!
नाराज होकर छोड़कर
नाराज होकर छोड़कर जाने वाला वापास आ सकता है
लेकिन मुस्करा कर छोड़कर जाने वाला वापस नही आता
तेरी सूरत को
तेरी सूरत को जब से देखा है,
लोग मेरी आंखो पे मरते है..!!
शराब हो गया….
वो बर्फ़ का शरीफ टुकड़ा जाम में क्या गिरा..
धीरे धीरे, खुद-ब-खुद शराब हो गया….
आज एक दुश्मन ने
आज एक दुश्मन ने धीरे से कान में कहा,
यार इतना मत मुस्कुराया कर बहोत जलन होती है !!
काश मोहब्बत के
काश मोहब्बत के भी इलैक्शन होते
हम भी कुछ खर्चा करके जीत लेते उसको…