कुछ लोग तो

कुछ लोग तो आपसे सिर्फ

इसलिए भी नफरत करते हैं..
क्योंकि,बहुत सारे लोग

आपसे प्यार करते हैं…

हम आकर बैठे

शाम हुई हम आकर बैठे

फिर तेरी तस्वीर के पास.,
जैसे ग़ज़लें जा कर बैठें

अपने अपने मीर के पास|