तू तो हँस हँसकर

तू तो हँस हँसकर जी रही है,
जुदा होकर भी..
कैसे जी पाया होगा वो,
जिसने तेरे सिवा जिन्दगी कभी सोची ही नहीं..

सोचा ना था

सोचा ना था वो शख्स भी इतना जल्दी
साथ छोङ जाएगा…!!!
.
जो मुझे उदास देखकर कहता था…!!!
“मैँ हू ना”…..

तरसते थे जो मिलने को

तरसते थे जो मिलने को हमसे कभी!
आज वो क्यों मेरे साए से कतराते हैं!
हम भी वही हैं दिल भी वही है!
न जाने क्यों लोग बदल जाते हैं!

दीदार के लिए

किसी और के दीदार के लिए उठती नहीं ये आँखे, बेईमान आँखों में थोड़ी सी शराफ़त आज भी है !!