बेपरवाह हो जाते है अक्सर वो लोग,
जिन्हे कोई बहुत प्यार करने लगता है…
Category: बेवफा शायरी
दीदार के लिए
किसी और के दीदार के लिए उठती नहीं ये आँखे, बेईमान आँखों में थोड़ी सी शराफ़त आज भी है !!
बरबाद कर देती है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
इतने चेहरे थे
इतने चेहरे थे उसके चेहरे पर,
आईना तंग आ के टूट गया…..
दर्द छुपाना भी
दर्द छुपाना भी एक हुनर है,
वरना नमक तो हर मुठी में है..!!
कभी यूँ भी हुआ है
कभी यूँ भी हुआ है हंसते-हंसते तोड़ दी हमने…
हमें मालूम नहीं था जुड़ती नहीं टूटी हुई चीज़ें..!!
हमीं अकेले नहीं जागते हैं
हमीं अकेले नहीं जागते हैं रातों में…
उसे भी नींद बड़ी मुश्किलों से आती है..
सुना है तुम
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,
मुझे भी अपनी जिद्द बना
लो.
कौन कहता है
कौन कहता है कि आंसुओं में वज़न नहीं होता
एक भी छलक जाए तो मन हल्का हो जाता है…
क्या लूटेगा जमाना
क्या लूटेगा जमाना खुशियों को
मेरी..
मैं तो खुद अपनी खुशियाँ दूसरों पर लुटा कर जीता हूँ….