फूलों को सजाकर

जुल्फों में फूलों को सजाकर आई है
चेहरे से दुपट्टा उठा कर आइ है किसी ने पूछा आज बहुत खूबसूरत लग रही हो
तो मैंने कहा शायद आप नहा कर आई है|

तौबा ईश्क से

हम नहीं करते तौबा ईश्क से,ईश्क तो हमारा पेशा है!!
वो ईश्क ही क्या जिसमें यार बेवफा ना हो!!

बेवफा लोगो को

बेवफा लोगो को हमसे बेहतर कोन जानेगा ,
हम तो जले हुवे कागजों से भी अल्फाज़ पढ़ लिया करते है|