मुझे सजा मिली..

ज़िन्दगी मिली भी तो क्या मिली,
बन के बेवफा मिली…..
इतने तो मेरे गुनाह भी ना थे,
जितनी मुझे सजा मिली..

दिल पर तुमसे भी

जख्म तो हम भी अपने दिल पर तुमसे भी गहरे रखते हैं,…
पर हम अपने जख्मों पर मुस्कुराहटों के पहरे रखते है..!!

जिंदगी की किताब

जिंदगी की किताब के कुछ पन्ने होते है,
कुछ अपने, कुछ बेगाने होते है,
प्यार से सँवर जाती है ज़िंदगी,
बस प्यार से रिश्ते निभाने होते है|