राख बेशक हूँ मगर मुझ में हरकत है अभी भी..
जिसको जलने की तमन्ना हो..हवा दे मुझको…
Category: प्रेणास्पद शायरी
सोच समझकर बर्बाद करना
सोच समझकर बर्बाद करना मुझे,
बहुत प्यार से पाला है मेरी माँ ने मुझे !!
मत पूछ खैरियत
मत पूछ खैरियत मेरी मुझसे
हर बार झूठ बोलना पड़ता है|
मशहूर होने का
मशहूर होने का शौक किसे है ,
मुझे तो मेरे अपने ही ठीक से पहचान लें , वही बहुत है ।
ज़िन्दगी दो पल की
ज़िन्दगी दो पल की तो क्यों ना इसे इस तरह जिया जाये की जो भी मिले उसे ख़ुशी और बिछड़ने वाले के दिल में याद बन कर रह
जाये |
मैंने दरवाज़े पे
मैंने दरवाज़े पे ताला भी लगा कर देखा है,
ग़म फिर भी समझ जाते है की मैं घर में हूँ !!
हर लम्हे को कैद हैं
हर लम्हे को कैद हैं इन आँखों में
ये रात की ख़ामोशी में दिखाई देते हैं
लेकिन ये सूरज की किरणें हमें
आने वाले पल का संकेत देती हैं
खुली बाहों से इनका सत्कार करो
यही तो जीवन में रंग भरती हैं |
फैसला होने से
फैसला होने से पहले मैं भला क्युं हार मानुं;
जंग अभी जीता नहीं, मैं अभी हारा नहीं!
तेरी हसरत दिल में
तेरी हसरत दिल में यूँ बस गई है,
जैसे अंधे को हसरत आँखों की…
कितना अच्छा लगता है
कितना अच्छा लगता है ,
जब कोई कहता है……
अपना ख्याल रखना मेरे लिए !!