आज नहीं फिर कभी

आज नहीं फिर कभी इजहार कर देंगे…
इसी सोच में हमने उम्र निकाल दी…!
और उन्होंने भी अभी तक किसी को अपना नहीं बनाया…!

इक़रार कर गया कभी

इक़रार कर गया कभी इंकार कर गया;
हर बात एक अज़ाब से दो-चार कर गया;

रास्ता बदल के भी देखा मगर वो शख्स;
दिल में उतर कर सारी हदें पार कर गया………