कई बार मैंने देखा है

कई बार मैंने
देखा है खुद को
तुम में
जिसे तुमने पुकारा नहीं
जिद्द में
वो मैं था
है ऐतबार जिसे
अब भी
मुझ में
वो इंतज़ार तुम हो..

न पूछा कर

न पूछा कर औरो से हाल मेरा..

.ए बेवफा ..,

इतनी ही फ़िक्र होती तो ..तू साथ होती.. तेरी यादे नहीं…

आँखोँ के परदे भी

आँखोँ के परदे भी नम हो गए बातोँ के सिलसिले भी कम हो गए. . .
पता नही गलती किसकी है वक्त बुरा है या बुरे हम हो गए. .