कल मिले थे राह में, बस नज़रो से बात की,
ये वक़्त का तकाज़ा है, वो इशारा नही करते…!!!
Category: प्यार शायरी
दिल में बुराई
दिल में बुराई रखने से बेहतर है
आप अपनी नाराज़गी जाहिर कर दें
पंछियों के मज़हब नहीं होते
अच्छा हुआ की पंछियों के मज़हब नहीं होते,
बरगद भी परेशां हो जाता, मसले सुलझाते सुलझाते।
माँ का चेहरा भी हसींन है
माँ का चेहरा भी हसींन है तस्बीह
के दानो की तरहा…….
मैं प्यार से देखता गया और इबादत
होती गयी|
जुदा कैसे हो पायेंगे
देखते है हम दोनों जुदा कैसे हो पायेंगे…,
तुम मुकद्दर का लिखा मानते हो…,
हम दुआ को आजमायेंगे…!!!
बहुत दिनों से
बहुत दिनों से इन आँखों को यही समझा रहा हूँ मैं
ये दुनिया है यहाँ तो इक तमाशा रोज़ होता है|
उनकी गहरी नींद का
उनकी गहरी नींद का मंज़र भी
कितना हसीन होता होगा..
तकिया कहीं.. ज़ुल्फ़ें कहीं..
और वो खुद कहीं…!!
ख़ूब फ़र्क़ समझाया है
किसी ने क्या ख़ूब फ़र्क़ समझाया है “सही” मे ओर “ग़लत” मे,
जो बात आप अपने माँता-पिता को बोल सकते हो वो “सही”
ओर जो नही बोल सकते वो “ग़लत” हे।
तुम इसकी जगह होते
गुलाब के फूलों को होंठो से लगा कर एक अदा से वो बोली
कोई पास ना होता… तो तुम इसकी जगह होते…
इंसान ख्वाइशों से
इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है…,
उम्मीदों से ही घायल है…उम्मीदों पर ही जिंदा है…!!