कल मिले थे

कल मिले थे राह में, बस नज़रो से बात की,
ये वक़्त का तकाज़ा है, वो इशारा नही करते…!!!

ख़ूब फ़र्क़ समझाया है

किसी ने क्या ख़ूब फ़र्क़ समझाया है “सही” मे ओर “ग़लत” मे,

जो बात आप अपने माँता-पिता को बोल सकते हो वो “सही”

ओर जो नही बोल सकते वो “ग़लत” हे।