नाराज होकर छोड़कर जाने
वाला वापास आ सकता है
लेकिन मुस्करा कर छोड़कर
जाने वाला वापस नही आता |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
नाराज होकर छोड़कर जाने
वाला वापास आ सकता है
लेकिन मुस्करा कर छोड़कर
जाने वाला वापस नही आता |
वो बुलंदियाँ भी किस काम की जनाब,,
कि इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जायें..
तेरी सूरत को जब से देखा है,
लोग मेरी आंखो पे मरते है..!!
आज एक दुश्मन ने धीरे से कान में कहा,
यार इतना मत मुस्कुराया कर बहोत जलन होती है !!
जिंदगी क्या हैं मत पूछो दोस्तों!
सवर गई तो दुल्हन, बिखर गई तो तमाशा हैं !
रोज़ आ जाते हो बिना इत्तेला दिए ख्वाबों में….
कोई देख लेगा तो हम क्या जवाब देंगे……
सख़्त हाथों से भी….
छूट जाती हैं कभी उंगलियाँ….
रिश्ते ज़ोर से नहीं….
तमीज़ से थामे जाते हैं..
रिश्ते होते है मोतियों की तरह …
कोई गिर भी जाये तो झुक के उठा लेना चाहिए ।
दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे,
जो रंज की घड़ी भी खुशी से गुजार दे।
सबके लिए अलग अलग मायने रखता हूँ…
कोई “ज़रुरत” तो कोई और “आदत” बुलाता है मुझे!