by pyarishayri - March 16, 2017उस टूटे झोपड़े मेंउस टूटे झोपड़े में बरसा है झुम के भेजा ये कैसा मेरे खुदा सिहाब जोड़ के
by pyarishayri - March 12, 2017तबाह करके चैनतबाह करके चैन उसे भी कहाँ होगा..बुझाकर हमे वो खुद भी धुआं धुआं होगा..
by pyarishayri - February 24, 2017किसी के नहीं होतेआसमां पे ठिकाने किसी के नहीं होते, जो ज़मीं के नहीं होते, वो कहीं के नहीं होते..!!ये बुलंदियाँ किस काम की दोस्तों… की इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जायें….
by pyarishayri - February 24, 2017इस नई उम्र मेंइस नई उम्र में प्यार से हारकर ज़िन्दगी इक अजाना सा डर हो गई! एक व्यापार था इक लड़ाई सी थी प्यार में प्यार का एक पल भी न था प्रीत का जीतना एक कहानी ही है हारने के सिवा कोई हल भी न था जो बचा न सकी अपने किरदार भी वो कथा ही यहाँ फिर अमर हो गई !
by pyarishayri - February 22, 2017मरने का मजामरने का मजा तो तब है .. दोस्त जब जनाजे में कातिल भी आकर रोये..!!
by pyarishayri - February 21, 2017एक वो वक़्त थाएक वो वक़्त था जब काना बाँसुरी बजाता और सारी गोपियाँ घर से बहार निकल आती और एक आज है जब कचरावाला आके सीटी मारता है और सब गोपियां घर के बहार…
by pyarishayri - February 15, 2017बिछड़ के भीबिछड़ के भी वो रोज मिलते है हमसे ख्वाबों में…. ये नींद न होती तो हम कब के मर गये होते….
by pyarishayri - February 14, 2017इकतरफ़ा इश्क़इकतरफ़ा इश्क़ का अपना ही है मज़ा अपना ही गुनाह है अपनी ही सज़ा
by pyarishayri - February 10, 2017काश वो आकरकाश वो आकर कहे, एक दिन मोहब्बत से……!! ये बेसब्री कैसी ? तेरी हूँ, तसल्ली रख…!!
by pyarishayri - February 8, 2017आज फिर चाँद कीआज फिर चाँद की पेशानी से उठता है धुआँ आज फिर महकीं हुई रात में जलना होगा ।