किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता………..
बल्कि ……
नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है…
Category: दर्द शायरी
उम्र छोटी है
उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर देखा है।
दिल के टूटने से
दिल के टूटने से नही होती है आवाज़!
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़!
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़!
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास!
वो दर्द ही क्या
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए!
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए!
कभी तो समझो मेरी खामोशी को!
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!
दामन को फैलाये बैठे हैं
दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही
माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही|
आज यह कैसी उदासी
आज यह कैसी उदासी छाई है, तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है, टूट के रोया है फिर मेरा दिल, जाने आज किसकी याद आई है।
कोई सिसक उठता होगा
कोई सिसक उठता होगा, किसी की आँख भर आती होगी..
इतना तो यकीन है मेरी शायरी दिल चीर के निकल जाती होगी…
ना पूछ रात भर
ना पूछ रात भर जागने की वजह ऐ दिल-ए-नादान….
मोहब्बत में कुछ सवालों के जवाब नहीं होते….
कुछ नहीं कहते
कुछ नहीं कहते, ना रोते हैं….
दुःख पिता की तरह होते हैं….
मुझे बस हल्की सी
मुझे बस हल्की सी फ़िक्र है तुम्हारी..
मैं नहीं जानता प्यार क्या है..!!