मुझे देख कर आज उनकी नजरें नीची झुक गई…..
लगता है इस से पहले किसी से आँख मिला के आई है…….!
Category: दर्द शायरी
अफसोस ये नही है कि दर्द कितना है
अफसोस ये नही है कि दर्द कितना है
दर्द ये है कि तुमे परवाह नही है..!!
कुछ दोस्तो का कद बडा हो गया है
दरवाजे बडे करवा लिये हैं अब हमने भी अपने आशियाने के क्योंकि……?
कुछ दोस्तो का कद बडा हो गया है चार पैसे कमाने से…!!
तेरी आदत सी हो गई
शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई,
तुझे भुलाने की ज़िद थी,
मगर तेरी आदत सी हो गई…!!!
भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था
लोग उसे शराबी समझते रहे,
दो दिन का भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था…!!!
तुम्हारी यादोँ मे भीग रहा था
खिड़की से बाहर जो देखा तो आज फिर बादल बरस रहे थे,
और मैं अन्दर कतरा-कतरा तुम्हारी यादोँ मे भीग रहा था…!!!
वर्षों का सफर खाक हुआ उस दिन
वर्षों का सफर खाक हुआ उस दिन….
.
.
जब उसनें पूँछ लिया …
” कहो कैसें आना हुआ ????
बिना हासिल किये किसी को चाहना
हासिल करके मुहोब्बत तो हर कोई कर सकता है..
बिना हासिल किये किसी को चाहना कोइ हमसे पूछे..
वो शाम जो अब तक उधार है
उसने पूछा कि कौन सा तोहफा है मनपसंद,
मैंने कहा वो शाम जो अब तक उधार है…
ढून्ढ रहा हूँ मैं अपने अन्दर
अब तक ढून्ढ रहा हूँ मैं अपने अन्दर के उस शख्स को,
जो नज़र से खो गया है नज़र आने के बाद