by pyarishayri - July 10, 2017रात तो इसी कशमकशरात तो इसी कशमकश में गुजर जाएगी…. तेरी याद जाएगी तभी शायद नींद आएगी।
by pyarishayri - July 10, 2017सारी महफ़िल लगी हुई थीसारी महफ़िल लगी हुई थी हुस्न ए यार की तारीफ़ में, हम चुप बैठे थे क्यूंकि हम तो उनकी सादगी पर मरते है !!
by pyarishayri - July 8, 2017बैठ कर किनारे परबैठ कर किनारे पर मेरा दीदार ना कर मुझको समझना है तो समन्दर में उतर के देख !!
by pyarishayri - July 8, 2017बस इतनी सी ख्वाहिश हैदिल की बस इतनी सी ख्वाहिश है मेरी तुमसे मुलाकात हो फिर अंजाम चाहे कुछ भी हो !!
by pyarishayri - July 7, 2017तुम तो फुहार सी थीं….तुम तो फुहार सी थीं…. पर तुम्हारी यादें… मूसलाधार हैं…
by pyarishayri - July 6, 2017आईना हूं तेराआईना हूं तेरा, क्यूं इतना कतरा रहे हो..सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
by pyarishayri - July 6, 2017महंगाई का आलममहंगाई का आलम ना पूछो दोस्तों घर क्या ले जाना है, जानबूझ के भूल जाता हूँ!!
by pyarishayri - July 6, 2017जिस जिस ने मुहब्बत मेंजिस जिस ने मुहब्बत में अपने महबूब को खुदा कर दिया..! . खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए उनको जुदा कर दिया..!!