जरा सी बात देर तक रुलाती रही, खुशी में भी आँखे आँसू बहाती रही, कोइ मिल के खो गया तो कोइ खो के मिल गया, जिन्दगी हमको बस ऐसे ही आजमाती रही|
Author: pyarishayri
वो चूड़ी वाले को अपनी कलाई
वो चूड़ी वाले को, अपनी कलाई थमा
देती है. . .
जिनकी आज तक हम उंगलियाँ न
छू सके. .
आपकी गर्दन पर लिपटी आपके
आपकी गर्दन पर लिपटी
आपके बच्चों की बाहों से कीमती,
जेवर आप कभी नहीं पा सकते..!!!
हर शख्स अपने गम में खोया है
हर शख्स अपने गम में खोया है…..!!!
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और जिसे गम नहीं, वो कब्र में सोया है…….!!
तरस खाओ तो बस इतना बताओ….
तरस खाओ तो बस इतना बताओ….
“हमदम”
वफ़ा नहीं आती या तुम से की नहीं जाती……..
बुलंदियो को पाने की ख्वाहिश तो बहुत है
बुलंदियो को पाने की ख्वाहिश तो बहुत है मगर ,
दूसरों को रौंदने का हुनर कहां से लाऊं….
उसकी मुहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब है
उसकी मुहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब है,
अपना भी नहीं बनाती और किसी का होने भी नहीं देती….!!
?????
जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है
जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है,
जो मुसाफिर थे वो रास नहीं आये…
जिन्हें चाहा वो साथ नहीं आये।
सिर्फ और सिर्फ तेरे लिए..
सिर्फ और सिर्फ तेरे लिए..
..
आज मैं चाँद भी ले आया हूँ तेरे लिए…!
इमारतें बनती हैं रोज़
इमारतें बनती हैं रोज़,
हर रोज़…
मजदूरों के दफ्तरों में…
इतवार नहीं होते.