यूँ तो शिकायतें तुझसे सैंकड़ों हैं मगर,
तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये…
Author: pyarishayri
बहोत कुछ छूट
बहोत कुछ छूट जाता है… “कुछ” पूरा करने में…
झूठ, लालच और फरेब
झूठ, लालच और फरेब से परे है, खुदा का शुक्र है आयने आज भी खरे है.”
जब वक़्त करवट लेता हैं
जब वक़्त करवट लेता हैं ना, दोस्तों…!!
…तो बाजियाँ नहीं, जिंदगियाँ पलट जाती है..!
ऑनलाइन खरीदी रोके
ऑनलाइन खरीदी रोके
परिवार के साथ बहार निकले
बाजार में रौनक होगी।
और पैसा बाहर नहीं जायेगा
भारत में रहेगा
मरते बाजार को जीवन दान दे।
बात करने से ही
बात करने से ही बात बनती है..
बात ना करने से, बातें बन जाती है ..!
बेशक ही वो शतरंज
बेशक ही वो शतरंज में माहिर रहे होंगे
क्योंकि उनकी चाल पर हजारो फ़िदा है
अफवाह थी…कि मुझें
अफवाह थी…
कि मुझें इश्क हुआ है…
लोगों ने पूछ पूछ कर आशिक बना दिया…
કેમ આ યાદો ની
કેમ આ યાદો ની આંધી ઓ થોભતી નથી..
અરે જો ને …
કે આ જીંદગી તારા વિના જરાય શોભતી નથી
तन्हाई लिखते समय
तन्हाई’ लिखते समय तुम मेरे सबसे पास थी