यादों की कसक

“यादों की कसक…साँसों

की थकन…आँखों में नमी है…,

ज़िन्दगी…तुझमे सब कुछ है बस…“उसकी” कमी है…!”

दोनों आखों मे अश्क

दोनों आखों मे अश्क दिया करते हैं
हम अपनी नींद तेरे नाम किया करते है
जब भी पलक झपके तुम्हारी समझ लेना
हम तुम्हे याद किया करते हैं