by pyarishayri - गुस्ताखियां शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, शायरी - November 20, 2015 कितना मुश्किल है ज़िन्दगी कितना मुश्किल है ज़िन्दगी का ये सफ़र; खुदा ने मरना हराम किया, लोगों ने जीना!