by pyarishayri - प्रेणास्पद शायरी, वक़्त शायरी, हिंदी शायरी - July 17, 2015 में जो समझता हु में जो समझता हु और हर कोई नहीं समझता और जो लोग समझते है वो मुझे नहीं समझना.