हजारों में मुझे सिर्फ एक वो शख्स चाहिये
जो मेरी गैर मौज़ूदगी में
मेरी बुराई न सुन सके ।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हजारों में मुझे सिर्फ एक वो शख्स चाहिये
जो मेरी गैर मौज़ूदगी में
मेरी बुराई न सुन सके ।