“लोग क्या कहेंगे “, ये समझ कर जी रहे हैं तो फ़िर…
“भगवान क्या कहेंगे” इसका भी विचार जरूर करना।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
“लोग क्या कहेंगे “, ये समझ कर जी रहे हैं तो फ़िर…
“भगवान क्या कहेंगे” इसका भी विचार जरूर करना।