by pyarishayri - Bewafa, Facebook Status, Sad Bewafa Shayri In Hindi, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, गरूर शायरी, गुस्ताखियां शायरी, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, बेवफा शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - June 15, 2017 कुछ जख़्मों की कुछ जख़्मों की कोई उम्र नही होती…साहेब ताउम्र साथ चलते है ज़िस्म के ख़ाक होने तक…….