करूँ क्या मै

करूँ क्या मै फरियाद अपनी ज़ुबो से ,
गिरे टूटकर बिजलियो आसमां से ,
मै अश्क़ों मे सारे जहॉ को बहा दूँ ,
मगर मुझको रोने की आदत नही हैं|

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