by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 7, 2017 तेरा नाम न लूँ हाथ उठाऊ और तेरा नाम न लूँ कैसे मुमकिन है••• … तू मेरी दुआओं में शामिल है |