हम को तो तुम से मिलने की फुर्सत नहीं रही
तुम ने समझ लीया की मोहब्बत नहीं रही
बेटी किया बिदा तो महशुस ये हुवा
घर रह गया है घर की वो ज़ीनत नही रही |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हम को तो तुम से मिलने की फुर्सत नहीं रही
तुम ने समझ लीया की मोहब्बत नहीं रही
बेटी किया बिदा तो महशुस ये हुवा
घर रह गया है घर की वो ज़ीनत नही रही |