हर शाम उड़ते परिंदों को देखकर दिल से ये दुआ निकलती है,
कि घर किसीका न उजड़े ज़िन्दगी तलाश करते-करते !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हर शाम उड़ते परिंदों को देखकर दिल से ये दुआ निकलती है,
कि घर किसीका न उजड़े ज़िन्दगी तलाश करते-करते !!