by pyarishayri - प्यार शायरी, प्रेणास्पद शायरी, प्रेरणास्पद, प्रेरणास्पद कविता - November 25, 2015 वाकिफ तो रावण भी था वाकिफ तो रावण भी था, अपने अंजाम से….. जिद तो अपने अंदाज से जीने कि थी……