by pyarishayri - गरूर शायरी, हिंदी शायरी - June 26, 2015 शख्सियत अच्छी होगी तभी दुश्मन बनेंगे शख्सियत अच्छी होगी तभी दुश्मन बनेंगे, वरना बुरे की तरफ देखता कौन है..