by pyarishayri - गरूर शायरी, जिंदगी शायरी, दोस्ती शायरी, पारिवारिक शायरी, प्रेणास्पद शायरी, हिंदी शायरी - July 6, 2015 जो रूप आपको अच्छा लगे वो अपना लें जो रूप आपको अच्छा लगे वो अपना लें… हमारी शख्सियत कांटा भी है, गुलाब भी है |