by pyarishayri - Sad Bewafa Shayri In Hindi, Shayri-E-Ishq, गज़ल, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यारी शायरी, बचपन शायरी, हिंदी शायरी - December 2, 2015 कौन समझ पाया है कौन समझ पाया है आज तक हमे… हम अपने हादसों के इकलौते, गवाह हैं…!