by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस - May 18, 2017 काँच सा था.. सुख मेरा, काँच सा था.. ना जाने कितनों को चुभ गया..!!