by pyarishayri - दर्द शायरी, प्यार शायरी, प्यारी शायरी, लव शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, हिंदी शायरी - November 24, 2015 अब कोई शनासा भी दिखाई नहीं अब कोई शनासा भी दिखाई नहीं देता बरसों मैं इसी शहर का महबूब रहा हूँ