by pyarishayri - दर्द शायरी, बेवफा शायरी, हिंदी शायरी - July 5, 2015 हाथ काँप गए हाथ काँप गए, दिल से उसका अक्स मिटाते, कभी कभी जीने के लिए क्या क्या करना पड़ता है..