एक ही डाली के दो फूल..
अलग अलग अभिलाषा लिए पलते है..!
बेटियां बडा होने से डरती है..
और बेटे बड़ा होने के लिए मचलते हैं..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
एक ही डाली के दो फूल..
अलग अलग अभिलाषा लिए पलते है..!
बेटियां बडा होने से डरती है..
और बेटे बड़ा होने के लिए मचलते हैं..!!