by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - May 23, 2017 हसरतें थीं जीने वाली हसरतें थीं जीने वाली, जी गईं; मरने वाला था दिल अपना, मर गया!