by pyarishayri - जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 28, 2017 शायद वक्त का शायद वक्त का मजाक था या मेरी बदनसीबी….तेरी कुछ बातों को मैं मोहब्बत समझ बैठा|