by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - February 24, 2017 किसी की एक शिकन किसी की एक शिकन पर भी हजारों आह भरते हैं किसी का उम्र भर रोना यहाँ बेकार जाता है।