by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - April 10, 2017 इश्क़ सुनते थे इश्क़ सुनते थे जिसे हम वो यही है शायद, ख़ुद-बख़ुद दिल में है इक शख़्स समाया जाता…