हताशा मे डूबी माँ के
आंसू जब औलाद पोंछती है..!!
हर कर्ज अदा हो जाता है..ममता धन्य
हो जाती है..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हताशा मे डूबी माँ के
आंसू जब औलाद पोंछती है..!!
हर कर्ज अदा हो जाता है..ममता धन्य
हो जाती है..!!